१. प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्यक्ष (सीधा) लाभ पहुँचाना २. गलत को "गलत है-गलत है" बार बार कहने से सही नहीं हो जाताइसलिए विवेकानंद ऊर्जा पुंज का मानना है की जो सत्य है उसे सबके सामने प्रकट कर दिया जाये अर्थात ऊर्जा पुंज का उद्देश्य सत्य को अपने आचार, विचार, व्यवहार एवं कृतित्व से सबके सामने प्रकट करना है. ३. हम सबके सपने बड़े है. बड़े होने भी चाहिए लेकिन हम सबके पास सपनों को पूरा करने के लिए आवश्यक संसाधन नहीं है. कही न कही हम सब इस अभाव का अनुभव करते है, लेकिन यदि हम अपनी छोटी-छोटी सामर्थ्यको मिलाएगे तो हम बड़े से बड़े सपने को पूरा करने में सक्षम हो सकेगें. अर्थात्हमसभीऊर्जापुंजसामूहिकशक्तिकोएकत्रितकरस्वयंकेलक्ष्यकोप्राप्तकरेंतथादूसरोंकीलक्ष्यप्राप्तिमेंप्रेरणापूर्णसहयोगप्रदानकरें।
लक्ष्य
लक्ष्य
हमस्वयंजहाँपरहैवहाँपरश्रेष्ठतर प्रदर्शनकरतेहुएअपनेतात्कालिकलक्ष्योंकोप्राप्तकरेंएवंअपनाभविष्यनिर्माणकरेंतथा स्वयं कीप्रगतिकेसाथ-साथराष्ट्रकीप्रगतिमेंसहयोगदें। ऊर्जापुंजकालक्ष्यव्यक्तिकोलौकिकएवंअध्यात्मिकरूपसेसुखीएवंसमृधबनातेहुए "सर्वभूतहितेरतःकृण्वन्तो विश्वमार्यम् " (सबप्राणियोंकेहितमेंरतरहकरसारेविश्वको श्रेष्ठ बनायेंगे ) काहै।
With the conviction firmly rooted in our heart that we are the servants of the Lord, his children, helpers in the fulfillment of his purposes, entering into the arena of work - Lord is Blessing Us